शिक्षा इनिशिएटिव के बारे में

शिक्षा इनिशियटिव टेकनोलॉजी (प्रौद्योगिकी) के माध्यम से साक्षरता को गति और अधिगम के स्तर में वृद्धि प्रदान करता है| यह प्राथमिक विद्यालयों के साथ निरंतर जुड़ कर काम करने और दिलचस्प टेकनोलॉजी (प्रौद्योगिकी) के द्वारा उच्च स्तरीय विषय जो कि राज्य बोर्ड के पाठ्यक्रम पर आधारित है, का प्रसार करता हैं| ताकि बच्चों में लंबे समय तक अधिगम बना रहे| यह आपसी संवाद एवं समय समय पर होने वाली जांच, वर्तमान में शिक्षा संबन्धित चुनौतियों को कम करने का, साथ ही सीखने की प्रक्रिया को रुचिकर, मनोरंजक एवं असरदार बनाने का एक प्रयास है| साथ ही यह कक्षा के माहौल को भी सुखद बनाने और शिक्षक/ शिक्षिका को नवाचार द्वारा विद्यार्थियों के अधिगम की उपयोगिता के साथ साथ शिक्षण तंत्र के साथ बेहतर जुड़ाव में भी सहयोग करता है|

शिक्षा का दृढ़ विश्वास है कि टेकनोलॉजी (प्रौद्योगिकी) में वह क्षमता है जिसके द्वारा शिक्षा को रूपांतरित कर विद्यार्थियों के सीखने और शिक्षकों की योग्यता में वृद्धि की जा सकती है| इस कार्यक्रम का लक्ष्य सरकारी और प्राइवेट विद्यालय के कक्षा 1 और 2 के विद्यार्थी हैं, जिनके सीखने में डिजिटल टेकनोलॉजी को समाहित करना भी है| जो सामग्री विकसित की गयी है उसमें एनिमेशन, कार्टून, विडियो, आडिओ और गतिविधि शामिल हैं| जिसका उद्देश्य विद्यार्थियों को बेहतर रूप से सीखने में मदद करना है| इससे विषय संबन्धित ज्ञान अर्जित करने में मदद मिलती है और टेकनोलॉजी के माध्यम से सीखना और सिखाना आसान हो जाता है| व्यापक रूप से यह मान्यता है कि कक्षा में डिजिटल लिटरेसी को बढ़ावा देने से यह विद्यार्थियों के ज्ञान और अनुभव में विविधता लाने में सहायक सिद्ध होती है और उनके सीखने को और प्रासंगिक और उद्देश्यपूर्ण बना देती है| शिक्षा इनिशियटिव कक्षा शिक्षण को पूरी तरह बदलने के स्थान पर पारंपरिक शिक्षा को सहयोग करता है, जिससे अधिक से अधिक सीखने वालों तक पहुँच बनायी जा सके| सफलतापूर्वक परिणाम पाने के लिए इसका मूल पारंपरिक कक्षा शिक्षण के साथ ई लर्निंग को मिश्रित (मिला देना) करना हैं|

इसके अतिरिक्त, शिक्षा इनिशियटिव ने रणनीति बना कर प्रौढ़ शिक्षा के क्षेत्र में भी विस्तार आरंभ किया जिसको शिक्षा प्लस का नाम दिया है| इसे उन असाक्षर प्रौढ़ लोगों के लिए आरंभ किया जिन्होने कभी भी औपचारिक विद्यालय में जा कर शिक्षा ग्रहण नहीं की है, उनमें आईसीटी के माध्यम से बुनियादी लिखना, पढ़ना और अंकगणित का कौशल विकसित करना है|